Monday, January 27, 2014

शांत रातें...

दिल चाहता है कहीं खो जाऊं।
इन अँधेरी शांत रातों में सो जाऊं।
डूबती साँसों पर रखकर ख़्वाब सारे।
उस चिर शून्य में विलीन हो जाऊं।
इन परछाइयों से तोड़ कर रिश्ते सारे।
इन अँधेरी शांत गहराइयों में गुम हो जाऊं।
दिल चाहता है कहीं खो जाऊं।
       To be continued ...

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